Monday, January 17, 2022

Wordle : The best 5 letter word to start

If you want to know how to play Wordle check the blog at  

https://musings.lalitbhatt.net/2022/01/how-to-play-wordle.html 

Wordle is taking the world by storm and why not! It is a very interesting game. This is also an interesting question that what is a good starting word. Of course, each day is different and each day's word is different. However, still, a good strategy is to start with a word that has maximum vowels as we all know that vowels are the glue for words and they appear in bulk.

Wikipedia page tells about the frequency of the different letters in English.

Snapshot from Wikipedia
Snapshot from Wikipedia

Based on the frequency of letters in the dictionary, good choices of words can be 

  • Anagram of E, S, I, A , R
    • ARISE
    • RAISE
    • SERAI
    • AESIR
    • REAIS
  • Some other choices can be (using next occurring letters)
    • RINSE
    • TRAIN
    • IRATE (Top occurring consonants) 

 Playing wordle with family



How to play next day Wordle?

If you want to know how to play Wordle check the blog at  

https://musings.lalitbhatt.net/2022/01/how-to-play-wordle.html


Wordle is an interesting game but one has to wait for the next day to play the next wordle. The trick is to go and change the timezone so that your computer time becomes the next day time. For example, if you are in the US and you know the next day has started in India or Japan or China, just change the timezone of your computer to one of the countries. And you can play the next day wordle.




How to play Wordle?

  • Go to website https://www.powerlanguage.co.uk/wordle/
  • You will see a screen as follows:

  • It has 6 rows and 5 columns. You have to guess the word of the day and the 6 rows allow 6 guesses. However, when you enter the first 5 letter word in the first row it will tell you how many letters are there in the final word and how many are placed correctly. A good idea is to put a word with a lot of vowels.
  • For example, put "ADIEU" in the first row
  • I is green so I is a letter in the final word and is correctly placed at 3rd position.
  • E is yellow so E is present in the final word but it is not correctly placed. It is for sure not in 4th position in the final word.
  • A, D, U are black so they are not present in the final word
  • Now let's put SMILE. I is in 3rd position and E is present but not in 4th position
  • Now we got S, I, and E green that means all three are in the final word and correctly placed. However, M and L are not in the final word.
  • Now let's put SHIRE

  • Hurray, all green. We got the right word. 
  • My family plays it quite often. Check the video at "Bhatt Family Studio"


Tuesday, June 1, 2021

जैसा अधिकारी वैसे निर्णय Different officer different decision

(English version and video down below)

पशु विभाग का एक सरकारी अधिकारी एक गांव में निरीक्षण के लिए आता है। वह जांचना चाहता था कि लोग अपने जानवरों की देखभाल कैसे कर रहे हैं। वह एक किसान के घर जाता है और बिल्लियों, कुत्तों और अन्य जानवरों को देखता है।

वह किसान से पूछता है, "आप जानवरों को खाने के लिए क्या देते हैं?"

किसान जवाब देता है, "सर!, हम जो खाते हैं, उसमें से जो कुछ बचता  है, हम उन्हें दे देते हैं।"

अधिकारी गुस्सा  हो जाता है और बताता है कि किसान अपने जानवरों की  ठीक से देखभाल नहीं कर रहा है  और उन्हें अच्छा खाना नहीं खिला रहे हैं। वह  10000 रुपये का जुर्माना कर देता है। 

एक हफ्ते बाद एक और अफसर आता है, इस बार सस्टेनेबल लिविंग से। वह फिर से उसी किसान से जाँच करता है कि वह जानवरों को क्या खिलाता है। किसान इस बार सतर्क रहता है  इसलिए वह अधिकारी को बताता है।

"सर, हम उन्हें सबसे अच्छा खाना खिलाते हैं। हम पहले जानवरों के लिए खाना बनाते हैं और अगर कुछ बचता है तो हम उसका सेवन करते हैं।"

अधिकारी फिर से क्रोधित हो जाता है और किसान के आश्चर्य से उसे जानवरों पर खाना बर्बाद करने के लिए डांटता है जब दुनिया में इतने सारे लोग भूखे सोते हैं। मनुष्य को पहले मनुष्य का ध्यान रखना चाहिए।

फिर से एक और अधिकारी  चेक करने आता है और फिर से उसी किसान के घर आता है और वही सवाल करता है।

इस बार किसान काफी सोचता है और वह अधिकारी से कहता है, "सर, हमने उन्हें क्रेडिट कार्ड दिए हैं। जब भी उन्हें भूख लगती है तो वे बाजार जाते हैं और जो कुछ भी खाना चाहते हैं खरीद लेते हैं।"

Video: https://youtu.be/zGWotORFXk8

A government official from the animal department comes for inspection in a village. He wanted to check in general how people are taking care of their animals. He goes to the house of a farmer and sees cats, dogs, and other animals. 

He asks the farmer, "What do you give to animals for eating?"

The farmer replies, "Sir!, we give them whatever is remaining from what we eat."

The officer becomes furious and tells that he is upset because they are not taking of their animals properly and not feeding them good food. He fines him Rs. 10,000.

After a week another officer comes, this time from sustainable living. He again checks with the same farmer how he feeds the animals. Farmer this time is cautious so he tells the officer.

"Sir, we feed them best of food. We cook for the animals first and if something remains we consume that."

The officer again becomes angry and to the surprise of the farmer scolds him for wasting food on animals when so many people sleep hungry in the world. One should first take care of human beings.

Again another office comes to check and again comes to the same farmer's house and has the same question.

This time farmer is very cautious. He tells the officer, "Sir, we have given them credit cards. Whenever they are hungry they go to market and purchase whatever they want to eat."




Sunday, May 30, 2021

कौओं की गिनती Counting crows

(English version and video link below)

राजा कृष्णदेवराय और तेनाली राम महल के बगीचे में शाम की सैर कर रहे थे। वे आराम करने के लिए एक पेड़ के नीचे बैठ गए। पेड़ पर बैठा कौआ राजा के ऊपर बीट गिरा देता है। राजा एक पल के लिए दुखी हो जाता है और फिर उसके पास तेनालीराम को चुनौती देने का विचार आता है।

"तेनाली, क्या आप जानते हैं कि हमारे राज्य में कितने कौवे हैं।"

तेनाली इसके बारे में सोचता है और राजा से कहता है कि वह अगले सप्ताह राज्य में कौवे की सही संख्या बताएगा।

अगले सप्ताह राजा और तेनाली फिर से शाम की सैर पर चले गए। राजा तेनाली को कौवे की गिनती की याद दिलाता है जो उसे करनी है। तेनाली ने जवाब दिया,

"हाँ, महामहिम, मैंने गिनती की है। हमारे देश में दो लाख पचास हजार पांच सौ तिरपन कौवे हैं।"

कृष्णदेवराय अचंभित  थे, लेकिन तेनाली के आत्मविश्वास की भी सराहना कर रहे थे। वह उसे और परेशान करने की सोचते  है।

"तेनाली, मैं दुबारा गिनती करवाऊंगा । कम या ज्यादा होगा तो कड़ी सजा के लिए तैयार रहना।"

तेनाली जवाब देता है

"कोई चिंता नहीं, महाराज। मुझे अपनी गिनती पर पूरा भरोसा है।"

"यदि यह आपकी संख्या से अधिक या कम निकलता है?" कृष्णदेवराय ने पुछा। 

"महाराज, तो कुछ कौवे या तो अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए दूसरे देश में गए हैं या अधिक कौवे हमारे देश में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए हैं।"

तेनाली की वाक्पटुता  पर कृष्णदेवराय अपनी हंसी नहीं रोक पाए।

 King Kirshnadevrai and Tenali Rama were doing their evening walk in the palace garden. They sat under a tree to take some rest. A crow sitting on the tree does a dropping over the king. King gets unhappy for a moment and then he comes up with an idea to challenge Tenalirama.

"Tenali, do you know how many crows are there in our kingdom."

Tenali in his usual poise thinks about it and tells the king that he will tell next week the exact number of crows in the kingdom.

Next week the king and Tenali went for their evening walk again. King reminds Tenali of the counting of crow he has to do. Tenali replies back,

"Yes, your majesty, I have done the counting. We have two lakh fifty thousand five hundred and fifty-three crows in our country."

Krishnadevrai was amused but was also appreciative of the Tenali's confidence. He thinks of troubling him more.

"Tenali, I will get it recounted. If it will be more or less then be ready for a stiff punishment."

Tenali replies back

"No worry your majesty. I am confident about my counting."

"If it comes out to be more or less than your number?" Kind still was not in a relenting mood.

"Your majesty, then some of the crows either have gone to another country to meet their relatives or more crows have come to our country to meet their relatives."

Kirshnadevrai could not stop laughing over Tenali's sense of humor.

Friday, May 28, 2021

गंध की कीमत Price of Smell

English version and video of the story down below.

पेरू से एक कालातीत कहानी है । लीमा में एकबेकर रहता था। वह बहुत कंजूस था। वह गली के कुत्तों, बिल्लियों और पक्षियों को भी सड़ी ब्रेड और केक तक नहीं देता था।

उसका पड़ोसी एक किसान था जो गरीब था लेकिन एक खुशमिजाज आदमी था। वह बहुत मिलनसार भी थे। सभी उसे पसंद करते थे। बेकर को लगा कि वह बहुत अमीर है लेकिन फिर भी किसान इतना खुश लगता है। एक दिन उसने उसे खाते हुए देखा। खाने से पहले वह एक गहरी सांस लेता और अपनी घटिया किस्म की सूखी रोटी खाता। बेकर को पता चलता है कि किसान उसकी दुकान से ब्रेड की महक सूँघ रहा है। उन्होंने देखा कि किसान हर दिन एक ही काम करेगा। उसे अब यकीन हो गया है कि किसान अपना घटिया खाना खाने से पहले उसकी दुकान से महक सूँघ रहा है। उसे लगा कि उसकी खुशी उसकी दुकान से आने वाली सुगंध के कारण है। बेकर दिन में एक बार उसे चार्ज करने का फैसला करता है। वह किसान के घर जाता है और उसे एक बिल देता है। किसान पूछता है कि बिल किस लिए है। बेकर उसे बताता है कि वह अपनी दुकान से सुगंध सूंघने के लिए किसान से शुल्क ले रहा है। किसान हंसता है और बेकर को जाने के लिए कहता है। सुगंध के लिए एक बेकर के चार्ज करने की कहानी लोकप्रिय हो जाती है। सुगंध के लिए चार्ज करने पर लोग बेकर का मजाक उड़ाते थे। बेकर और निराश हो जाता है। वह अदालत में मामला दर्ज करने का फैसला करता है। लोगों को लगा कि जज पहली सुनवाई में केस को खारिज कर देंगे। . हालांकि सभी को चौंकाते हुए न्यायाधीश ने मामले को स्वीकार कर लिया और बेकर और किसान दोनों को अगले दिन अदालत में उपस्थित होने के लिए कहा। वह किसान से पांच सोने के सिक्के लाने को भी कहता है। अगले दिन दरबार में बेकर ने सारा किस्सा सुना दिया। जज दोनों की बात सुनता है और फिर किसान से सोने के सिक्के खनकाने को कहता है। बेकर सोचता है कि न्यायाधीश पूछ रहा है ताकि वह जांच कर सके कि सिक्के धातु के सिक्के हैं या नहीं। धातु की छनक से बेकर खुश हो जाता है। सिक्कों की आवाज सुनकर जज बेकर की तरफ देखता है और उससे पूछता है "क्या तुमने सिक्कों की खनक सुनी ?"। "हां सर।" बेकर बहुत खुश है। वह न्यायाधीश से किसान को सिक्का सौंपने का निर्देश देने का अनुरोध करता है। हालांकि, न्यायाधीश मुस्कुराता है और बेकर को बताता है। "अब सब हिसाब बराबर। " "लेकिन मुझे अभी तक सिक्का नहीं मिला है।" बेकर अभी भी उम्मीद में हैं। जज बताते हैं, "किसान ने तुम्हारी दुकान से खुशबू को सूंघा। और सिक्कों की खनक तुमने सुनी। तो सब हिसाब बराबर। " बेकर को अपनी गलतियों का एहसास होता है।


A timeless story from Peru. There used to live a baken in Lima. He was very stingy. He would not give the unsold rotten bread and cakes to even street dogs, cats, and birds. His neighbor was a farmer who was poor but a happy man. He was very friendly also. Everyone liked him. Baker felt he was so rich but still the farmer seems to be so happy. One day he saw him eating. Before eating he would take a deep breath and would eat his low-quality dry bread. Baker realizes that the farmer is smelling the aroma of the bread from his shop. He noticed that farmer would do the same thing every day. He is convinced now that the farmer is smelling the aroma from his shop before eating his low-quality food. He felt his happiness is because of the aroma from his shop. The baker once a day decides to charge him. He goes to the farmer's house and hands him a bill. The farmer asks what the bill is for. Baker tells him that he is charging the farmer for smelling the aroma from his shop. Farmer laughs and asks the baker to leave. The story of a baker charging for aroma becomes popular. People would make fun of the baker for charging for aroma. Baker gets more frustrated. He decides to file the case in court. People thought that the judge would dismiss the case in the first hearing. . However to everyone's surprise judge admits the case and asks both baker and farmer to be present in the court the next day. He also asks the farmer to bring five gold coins. The next day in the court baker narrates everything. The judge listens to both and then he asks the farmer to shake the gold coins. Baker thinks that the judge is asking so that he can check if the coins are metal coins or not. The smell of metal makes the baker happy. The judge on hearing the noise of coins looks at the baker and asks him "Did you heard the noise of the coins?". "Yes, sire." Baker is very happy. He requests the judge to direct the farmer to hand over the coin. However, the judge smiles and tells the baker. "Now everything is settled." " But I have not received the coin yet." Baker is amused. Judge explains, "The farmer smelled the aroma from your shop. And he has paid it by the noise of the coins. So everything is settled." Baker realizes his mistakes.

बन्दर और मगरमच्छ - पंचतंत्र की कहानी Monkey and Crocodile - Story from Panchtantra

(English version down below)

एक नदी जंगल से होकर बहती थी। नदी के किनारे कई फलों के पेड़ थे। अमरूद, जामुन, आम। उन पेड़ों पर एक बंदर रहता था। बंदर बहुत मिलनसार था और अन्य जानवरों के साथ फल बांटता था।

एक दिन वहाँ एक मगरमच्छ आया। वह थक गया था इसलिए पेड़ों के नीचे विश्राम किया। बंदर ने उसे मीठे फल दिए और वे दोनों दोस्त बन गए। एक दिन मगरमच्छ अपनी पत्नी के लिए कुछ फल ले गया। पत्नी ने स्वादिष्ट फल खाया। उसने सोचा कि इतने स्वादिष्ट फल खाने वाले मांस बहुत स्वादिष्ट होगा । उसने एक योजना बनाई और ऐसा व्यवहार किया जैसे वह गंभीर रूप से बीमार है। उसने मगरमच्छ से कहा कि वह तभी ठीक हो सकती है जब वह बंदर का दिल खाए। मगरमच्छ अनिच्छा से अपनी पत्नी से सहमत हो गया और अपने दोस्त बंदर को लेने चला गया। वह बंदर को यह कहकर बरगलाता है कि उसकी पत्नी ने उसे अपने घर पर दोपहर के भोजन के लिए आमंत्रित किया है। मगरमच्छ नदी के उस पार रहता था इसलिए उसने बंदर को अपनी पीठ पर सवार होने की पेशकश की। भरोसा करके बंदर पेड़ से नीचे उतर आया और उसकी पीठ पर सवार हो गया जब वे नदी के बीच में पहुंचे तो मगरमच्छ पानी में डूबने लगा। बंदर डर गया और मगरमच्छ से पूछता है कि वह ऐसा क्यों कर रहा है। मगरमच्छ भी अपराध बोध को महसूस कर रहा था इसलिए वह पूरी कहानी सुनाता है। उसने सोचा कि वैसे भी बंदर मरने वाला है और नदी के बीच में शायद ही कुछ कर सकता है। बंदर हंसता है और उससे कहता है "ओह मेरे दोस्त, तुम्हें मुझे पहले यह बताना चाहिए था क्योंकि मैं अपना दिल पेड़ में रखता हूं और अपने साथ नहीं रखता। मुझे वापस पेड़ पर ले जाओ और मैं तुम्हें दिल दूंगा और तुम दे सकते हो यह मेरी भाभी को। मूर्ख मगरमच्छ बंदर को नदी के किनारे ले आता है। बंदर तेजी से अपनी पीठ से कूदता है और एक पेड़ पर चढ़ जाता है। जब वह सुरक्षित महसूस करता है तो वह मगरमच्छ से कहता है कि वह कभी उससे मिलने न आए। वह उसे बताता है कि अपनी मूर्ख पत्नी के कारण उसने एक अच्छा मित्र खो दिया है। कहानी का नैतिक है हमेशा सोचते रहना और स्थिति के पक्ष में न होने पर भी तरीके खोजने की कोशिश करना।

A river flows through a forest. On the bank of the river were many fruit trees. Guava, berries, mangoes. A monkey used to live on those trees. The monkey was very friendly and would share the fruits with other animals. One day a crocodile came there. He was tired so rested below the trees. The monkey offered him sweet fruits and they both became friends. One day the crocodile took some fruits for his wife. The wife ate the delicious fruit. She thought that someone eating such delicious fruits would have very tasty flesh. She hatched a plan and acted as if she is critically ill. She told the crocodile that she can only be cured if she eats a monkey's heart. The crocodile reluctantly agreed with his wife and goes to fetch his friend monkey. He tricks the monkey by saying that his wife has invited him for lunch at their home. The crocodile lived across the river so he offered the monkey to ride on his back. The monkey trusting came down from the tree and rode on his back When they reached the middle of the river, the crocodile starts to sink in the water. Monkey got frightened and asks the crocodile why he is doing that. The crocodile was also feeling guilt conscious so he tells the whole story. He thought anyway the monkey is going to die and can hardly do anything in the middle of the river. The monkey laughs and tells him "Oh my friend, you should have told me that earlier because I keep my heart in the tree and do not carry with me. Take me back to the tree and I will give you the heart and you can give it to my sister-in-law.   The foolish crocodile brings the monkey to the banks of the river. The monkey quickly jumps from his back and climbs on a tree. When he feels safe he tells the crocodile to never come to meet him. He tells him that because of his foolish wife he has lost a great friend. The moral of the story is to always keep thinking and trying to find ways even if the situation is not in favor. 

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