जब तक जिंदा हूँ लाश हूँ
जिस दिन मर जाऊंगा
मेरी कौम ढूंढ लेना
जला देना या दफना देना
या लटका देना दरख़्तों पर
चील कौवे गिद्ध नोंच लेंगे
फितरत में मेरे कुछ नहीं है
फिर भी मैं सब कुछ हूँ
राजा भी हूँ रंक भी हूँ
आज भी जीता हूँ
इसी अहसास में
मैं हूँ मैं ही मैं हूँ
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