वो अटल था वो रहेगा अटल
भीनी मुस्कान चरम मनोबल
काल के कपाल पर वो लिखता था
लिखता था और मिटाता था
वो डरता नहीं ना डराता था
हर सुदामा का कृष्ण बन जाता था
जिन्दादिल रही उसकी जिंदगी
मौत को भी सखा बना डाला
काल अपने को फिर दोहराये
कपाल पर फिर लेखनी चलाये
और उसे फिर कोई मिटाये
वो अटल होगा वो रहेगा अटल
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