A herd of frogs was going through the forest. Two of them fell into a deep pit. Both the frogs tried to get out but the pit was very deep. Initially, the other frogs encouraged him. But when everyone saw that it was difficult for both of them to leave, they asked both of them to stop trying. He said that both of them should spend the last moment comfortably. One of the frogs paid attention to the other frogs and gave up. He fell down and died. The second frog kept jumping as loud as it could. The crowd of frogs kept asking him to stop. But he kept trying and finally got out. When he came out, the other frogs said, "Didn't you hear us?" The frog tells him that he is deaf. He felt that everyone was encouraging him.
मेंढकों का एक झुण्ड जंगल से जा रहा था। उनमें से दो मेढक एक गहरे गड्ढे में गिर गए। दोनों मेढकों ने बहार निकलने की कोशिश की मगर गड्ढा काफी गहरा था। शुरू में बाकि मेढकों ने उन्हें प्रोत्साहित किया। मगर जब सबने देखा की दोनों का निकलना मुश्किल है तो उन्होंने दोनों को कोशिश छोड़ने को कहा। उन्होंने कहा की उन दोनों को आखिरी पल आराम से बिताने चाहिए। मेंढकों में से एक ने दूसरे मेंढकों की बात पर ध्यान दिया और हार मान ली। वह नीचे गिर गया और मर गया।
दूसरा मेंढक जितना जोर से कूद सकता था कूदता रहा। मेंढकों की भीड़ उसे रुकने को कहती रही । मगर वह और ज़ोर से कूदा और आखिकार बहार निकल गया। जब वह बाहर निकला, तो अन्य मेंढकों ने कहा, "क्या तुमने हमें नहीं सुना?" मेंढक ने उन्हें बताया कि वह बहरा है। उसे लगा की सब उसे प्रोत्साहित कर रहे हैं। वीडियो लिंक: https://youtu.be/CDED_W0c3Tw
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